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शनिवार, 11 फ़रवरी 2012

मजेदार शायरी-1

1. दरख्त के पैमाने पे चिलमन-ए-हुस्न का फुरकत से शरमाना
ये लाइन समझ में आए तो मुझे जरूर बताना!
2.ताजमहल देखकर बोला शाहजहाँ का पोताअपना भी होता बैंक बैलेंस
अगर दादा आशिक ना होता!
3.मैं आपको चाँद कहता, पर उसमें भी दाग हैमैं आपको सूरज कहता, पर उसमें भी आग है
मैं आपको बंदर कहता, पर उसमें भी दिमाग है!
4.लोग इश्क करते हैं, बड़े शोर के साथहमने भी किया, बड़े जोर के साथ
मगर अब करेंगे, थोडा़ गौर के साथ
क्योंकि कल उसको देखा, किसी ओर के साथ!
5.नई-नई शादी थी नया-नया था जमाना
दुल्हा बेचैन था
सुनने को गाना
दुल्हन ने शुरू किया गाना
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना…
6.इश्क एक से हो तो भोलापन है,दो से हो तो अपनापन है,
तीन से हो तो दीवानापन है,
चार से हो तो पागलपन है,
फिर भी काउंटिंग ना रुके तो कमीनापन है!
7.चाँद पर काली घटा छाती तो होगीसितारों में चमक आती तो होगी
तुम लाख छुपाओ दुनिया से मगर
अकेले में तुम्हें भी अपनी शक्ल पर हँसी आती तो होगी!
8.दुनिया से जो डरे, उसे कायर कहते हैं,दुनिया जिससे डरे, उसे शायर कहते हैं,
और बीवी से जो डरे, उसे शौहर कहते हैं
9."न इश्क कर मेरे यारये लड़कियाँ बहुत सताती हैं
न करना इन पर ऐतबार
यह खर्चा बहुत करवाती हैं
रिचार्ज तुम करवा के देते हो
और नंबर मेरा लगाती हैं!!"
10."आसमान में काली घटा छाई है आज फिर गर्लफ्रेंड से मार खाई है
मगर मेरी गलती नहीं है दोस्तों
पड़ोसवाली लड़की आज मिनी स्कर्ट पहनकर आई है…

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